शिक्षकों ने कलेक्टर जनदर्शन में 32 पेज का आवेदन सौंपा, कहा— प्रशिक्षक चैतराम साहू ने झूठे आरोप लगाकर किया मानसिक उत्पीड़न
शिक्षकों ने कहा—‘फर्जीवाड़े का असली खेल प्रशिक्षक ने किया, हमारे ऊपर मढ़े झूठे आरोप’
सरगांव। कलेक्टर जनदर्शन मुंगेली में मंगलवार 12 अगस्त को शिक्षकों ने 32 पेज का विस्तृत आवेदन सौंपकर कराटे प्रशिक्षक चैतराम साहू पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शिक्षकों ने आवेदन में बताया कि साहू द्वारा जिला एवं पुलिस प्रशासन, स्कूल शिक्षा विभाग और शिक्षक संवर्ग को लगातार परेशान किया जा रहा है। उनके ऊपर फर्जी आरोप लगाकर मीडिया में भ्रामक समाचार प्रकाशित करवाए जा रहे हैं। साथ ही प्रशिक्षण के नाम पर शासन की राशि आहरित करने और विधिक संस्थाओं के नाम से फर्जी बिल बांटने जैसे आरोप भी लगाए गए हैं।
आवेदन देने वाले शिक्षक मोहन लहरी, राजू निषाद और देव कुमार प्रधान ने बताया कि रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण 2023-24 के दौरान उन्होंने अधिकृत दस्तावेजों के आधार पर नियमों के अनुसार प्रशिक्षण दिया था। इसके बावजूद साहू ने शिक्षकों पर 59 लाख रुपये के बंदरबांट का आरोप लगाया। जिला कलेक्टर द्वारा गठित जांच समिति ने इस आरोप को निराधार पाया और किसी भी प्रकार की अनियमितता या कार्रवाई योग्य तथ्य नहीं मिले। इसके बावजूद साहू ने निजी दुश्मनी के चलते शिक्षकों के खिलाफ आमरण अनशन कर प्रशासन पर दबाव बनाया।
परिणामस्वरूप जिला शिक्षा अधिकारी मुंगेली ने शिक्षकों की एक वेतनवृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकने का आदेश जारी कर दिया। शिक्षकों का कहना है कि इसके बाद भी साहू ने विभिन्न समाचार पत्रों और वेब चैनलों पर उनके खिलाफ भ्रष्टाचार, घोटाला, सीबीआई-ईडी जांच की मांग, नौकरी से बर्खास्तगी और जेल भेजने जैसे गंभीर आरोप लगाकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। यहां तक कि मोहन लहरी के खिलाफ सरगांव थाने में मारपीट की झूठी शिकायत भी दर्ज कराने का प्रयास किया, जो जांच में फर्जी पाई गई।
शिक्षकों ने आरटीआई से दस्तावेज प्राप्त कर बताया कि साहू ने 10 स्कूलों में एक ही दिनांक और समय पर प्रशिक्षण दर्ज कराया, जबकि स्कूलों की दूरी 15 किमी तक है। नियम अनुसार प्रशिक्षण अवधि 90 दिन और न्यूनतम समय 30 मिनट तय था, परंतु उसने इसका पालन नहीं किया। इसके जरिए उसने शिक्षकों को धमकाकर 1 लाख 50 हजार रुपये हड़प लिए।
मुख्य प्रशिक्षक शिकोकाई कराते छत्तीसगढ़ बी.बी. नायडू के अनुसार साहू को केवल नगर पंचायत सरगांव में 1 अप्रैल 2023 से 31 मार्च 2024 तक कराटे क्लास संचालित करने की मान्यता थी। उसे प्रशिक्षक नियुक्त करने और बिल बनाकर राशि लेने की अनुमति नहीं थी, फिर भी उसने 10 स्कूलों में फर्जी बिल बांटे। शिक्षकों ने कुल 12 बिंदुओं पर शिकायत दर्ज की है। जिस पर कलेक्टर मुंगेली ने जिला शिक्षा अधिकारी को जांच कर दोषी पाए जाने पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। वहीं पुलिस अधीक्षक मुंगेली ने भी सरगांव थाने में चल रही जांच पर जल्द कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
15 किलोमीटर दूर दो स्कूलों में एक ही समय प्रशिक्षण कैसे संभव? शिक्षकों ने की शिकायत
शिक्षकों ने शिकायत पत्र में प्रशिक्षक चैतराम साहू की प्रशिक्षण समय सारणी पर गंभीर सवाल खड़े किए गए हैं। सूचना के अधिकार अधिनियम से प्राप्त जानकारी के अनुसार साहू द्वारा क्रमश: हाई स्कूल किरना, मिडिल स्कूल किरना, मिडिल स्कूल बड़ियाडीह, मिडिल स्कूल बासीन, हाई स्कूल बासीन, हायर सेकंडरी सकूल मदकू, मिडिल स्कूल मदकू, हाई स्कूल खुटेरा, मिडिल स्कूल खुटेरा, हायर सेकंडरी सकूल कन्या सरगांव में प्रशिक्षण दिए जाने का विवरण आपस में विरोधाभासी पाया गया है।
शिक्षकों के अनुसार, माध्यमिक विद्यालय खुटेरा एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मदकू में दिनांक 14, 15, 16, 21, 22 एवं 23 दिसम्बर 2023 को सुबह 9 से 10 बजे तक प्रशिक्षण दिए जाने का उल्लेख है। जबकि इन दोनों विद्यालयों के बीच लगभग 15 किलोमीटर की दूरी है। इसी तरह, हाईस्कूल बासीन एवं हाईस्कूल खुटेरा में 1, 2, 4 से 9, 11, 16 एवं 19 से 23 दिसम्बर 2023 को प्रशिक्षण दिए जाने का रिकॉर्ड दर्ज है। समय सारणी के अनुसार बासीन में सुबह 10:30 से 11:30 बजे तक और खुटेरा में सुबह 10 से 11 बजे तक प्रशिक्षण दिया गया। जबकि दोनों विद्यालयों के बीच की दूरी लगभग 13 किलोमीटर है। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि यह समय सारणी व्यावहारिक रूप से असंभव है। एक ही व्यक्ति का एक ही दिन, एक ही समय पर, इतनी दूरी तय कर अलग-अलग विद्यालयों में प्रशिक्षण देना कैसे संभव हो सकता है, यह जांच का विषय है।
अवकाश दिवस में प्रशिक्षण दिए जाने की शिकायत
शिक्षकों ने अवकाश दिवसों में प्रशिक्षण दिए जाने की शिकायत दर्ज कराई है। आवेदन में बताया गया है कि सूचना के अधिकार अधिनियम से प्राप्त जानकारी के अनुसार कराटे प्रशिक्षक चैतराम साहू द्वारा विभिन्न विद्यालयों में प्रशिक्षण दर्शाकर पैसों की वसूली की गई है। शिकायतकर्ताओं के अनुसार प्रशिक्षक द्वारा जिन तिथियों में प्रशिक्षण दर्शाया गया है, वे अधिकांशतः अवकाश दिवस रहे हैं। इनमें—
- 18 दिसम्बर 2023 : गुरु घासीदास जयंती
- 25 से 30 दिसम्बर 2023 : शीतकालीन अवकाश (शा. प्राथमिक शाला बासीन)
- 15 जनवरी 2024 : मकर संक्रांति
- 22 जनवरी 2024 : श्रीराम मंदिर प्राणप्रतिष्ठा
- 25 जनवरी 2024 : छेरछेरा पर्व (शा. उ. मा. वि. कन्या सरगांव)
- 26 जनवरी 2024 : गणतंत्र दिवस
- 25 फरवरी 2024 : रविवार (शा.ऊ.मा विद्यालय किरना)
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि प्रशिक्षक द्वारा 30 फरवरी 2025 को प्राथमिक शाला बड़ियाडीह में प्रशिक्षण दर्शाया गया है, जबकि कैलेंडर में यह तिथि होती ही नहीं है। शिक्षकों का कहना है कि यह पूरा प्रकरण कराटे प्रशिक्षक चैतराम साहू द्वारा किया गया फर्जीवाड़ा है, जिसकी जांच कर कार्रवाई की जानी चाहिए।
क्या है पूरा मामला जानिए
ज्ञात हो कि कराते प्रशिक्षक चैतराम साहू द्वारा स्कूल शिक्षा विभाग मुंगेली एवं शासकीय शिक्षकों द्वारा कराते प्रशिक्षण के नाम पर 59 लाख के भ्रष्टाचार की शिकायत 21 मार्च 2024 को जिला शिक्षा अधिकारी मुंगेली एवं 18 अप्रैल 2024 को कलेक्टर जनदर्शन मुंगेली में किया गया था। जिस पर जिला कलेक्टर द्वारा जांच समिति का गठन किया गया। जांच समिति द्वारा कलेक्टर को सौंपी गई रिपोर्ट में शिक्षको के ऊपर किसी भी प्रकार दोषी करार देना या कार्यवाही की अनुसंसा नही किये जाने से असंतुष्ट होकर चैतराम साहू द्वारा पत्नी एवं बच्चे के साथ मुंगेली स्थित आगर क्लब में आमरण अनशन कर प्रशासन से कार्यवाही की मांग की गई।
जिस पर जिला शिक्षा अधिकारी मुंगेली द्वारा कार्यवाही करते हुए शिक्षक मोहन लहरी, राजू निषाद, देव कुमार प्रधान के खिलाफ एक वेतनवृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकने व शेष शिक्षक के ऊपर कार्यवाही करने के लिए जेडी बिलासपुर व व्याख्याता के ऊपर कार्यवाही करने के लिए डीपीआई रायपुर को पत्र लिख जारी किया गया। इसके अलावा चैतराम साहू द्वारा शिक्षक मोहन लहरी के विरुद्ध सरगांव थाना में मारपीट व जान से मारने की धमकी की शिकायत दर्ज करवाई गई थी।
जिला शिक्षा अधिकारी मुंगेली द्वारा किये गए कार्यवाही से असंतुष्ट होकर चैतराम साहू द्वारा लगातार कलेक्टर जनदर्शन मुंगेली में आवेदन लगाया जा रहा है और शिक्षको से 59 लाख की वसूली, एफआईआर दर्ज कराने, नौकरी से बर्खास्त करने की मांग की जा रही है। जिस पर कलेक्टर मुंगेली ने पुनः शिक्षको के ऊपर जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी मुंगेली को टीम गठित करने का निर्देश दिया है।