सरगांव। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उपखण्ड सरगांव के तत्वावधान में शनिवार, 11 अक्टूबर 2025 को श्री विजयादशमी उत्सव एवं पथ संचलन का आयोजन हर्षोल्लास और अनुशासन के साथ सम्पन्न हुआ। विजयादशमी का यह पर्व हिन्दू समाज में पराक्रम, संगठन और राष्ट्रीय चेतना का प्रतीक माना जाता है। इस वर्ष का आयोजन विशेष रहा, क्योंकि संघ के कार्य का शताब्दी वर्ष प्रारंभ हो रहा है, जो विश्व शांति, मानव कल्याण और समाज सेवा की भावना को आगे बढ़ा रहा है।

कार्यक्रम का शुभारंभ दोपहर 2.30 बजे उन्मुक्त खेल मैदान सरगांव में स्वयंसेवकों के एकत्रीकरण से हुआ। 3.20 बजे अनुशासित पथ संचलन प्रारंभ हुआ, जो नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए सम्पन्न हुआ। संचलन में सैकड़ों स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में शामिल हुए। नगरवासियों ने जयघोष और पुष्पवर्षा से स्वयंसेवकों का स्वागत किया, जिससे पूरा नगर राष्ट्रभक्ति के रंग में रंग गया।

संचलन उपरांत 4.20 बजे मंचीय कार्यक्रम आरंभ हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बाबा परेटन गिरी गोस्वामी उपस्थित रहे, जिन्होंने संघ के अनुशासन और संगठन भावना की प्रशंसा की। कार्यक्रम की अध्यक्षता ओम प्रकाश जुनेजा ने की।
मुख्य वक्ता जुड़ावन सिंह, मध्य क्षेत्र उपाध्यक्ष, विद्या भारती ने अपने उद्बोधन में कहा कि विजयादशमी का पर्व केवल धार्मिक नहीं, बल्कि संगठन, साहस और आत्मबल का प्रतीक है। उन्होंने संघ की 100 वर्षों की गौरवशाली यात्रा का उल्लेख करते हुए समाज में एकता, सेवा और समर्पण की भावना को सर्वोपरि बताया।
पूरा आयोजन अनुशासन, उत्साह और राष्ट्रभक्ति की भावना से ओतप्रोत रहा। इस अवसर पर कैलाश सिंह ठाकुर, पोषण यादव, परमानंद साहू, रणजीत सिंह हूरा, पंकज वर्मा, रघु ठाकुर, गोपाल जुनेजा, शिव निर्मलकर सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।



















