सरगांव। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और बेहतर सुविधाओं के लिए शुरू किए गए स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल की स्थिति जमीनी स्तर पर बेहद चिंताजनक है। शिक्षकों की कमी और सफाई व्यवस्था की लापरवाही को लेकर अभिभावकों ने सोमवार को विद्यालय पहुँचकर नाराजगी जताई।
अभिभावकों ने प्रचार्या स्नेहलता चंद्रा से मुलाकात कर विद्यालय में व्याप्त समस्याओं पर कड़ी आपत्ति जताई। उनका कहना था कि लंबे समय से विद्यालय में शिक्षकों की भारी कमी बनी हुई है, विशेषकर एलकेजी और यूकेजी कक्षाओं में शिक्षक न होने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
अभिभावक विशाल वर्मा ने कहा,
“छोटे बच्चों की बुनियादी शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण होती है, लेकिन यहां शिक्षक ही नहीं हैं। आखिर हमारे बच्चों की पढ़ाई का जिम्मेदार कौन होगा?”
सफाई व्यवस्था को लेकर भी अभिभावकों ने विरोध दर्ज कराया। उनका कहना था कि स्कूल परिसर और शौचालयों में गंदगी पसरी हुई है, जिससे बच्चों के स्वास्थ्य पर खतरा बना हुआ है।
अभिभावक राजकुमार छोटू साहू ने कहा,
“स्कूल के शौचालय और परिसर की हालत बहुत खराब है। इतनी गंदगी में बच्चे बीमार हो सकते हैं, लेकिन स्कूल प्रशासन इस पर ध्यान नहीं दे रहा।”
अभिभावकों ने आरोप लगाया कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समय रहते शिक्षकों की नियुक्ति और सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं की गई, तो वे आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
इस पर प्रचार्या स्नेहलता चंद्रा ने अभिभावकों की शिकायतें गंभीरता से सुनीं और आश्वासन दिया कि
“इस संबंध में जिला शिक्षा विभाग को अवगत कराया जाएगा और प्राथमिकता से समाधान किया जाएगा, ताकि बच्चों की पढ़ाई और स्वास्थ्य पर कोई असर न पड़े।”
सफाई व्यवस्था एक कर्मचारी के भरोसे
विद्यालय की पूरी सफाई व्यवस्था केवल एक सफाई कर्मी के भरोसे चल रही है। परिसर और कुल दो शौचालयों की सफाई की जिम्मेदारी भी उसी एक कर्मचारी पर है, जबकि कम से कम दो सफाई कर्मियों की आवश्यकता है।
जिला शिक्षा अधिकारी का बयान
जिला शिक्षा अधिकारी चंद्र कुमार घृतलहरे ने कहा,
“विद्यालय संचालन के लिए उपलब्ध संसाधनों के उपयोग हेतु पहले ही निर्देशित किया गया था। स्कूल में जो भी कमियां हैं, उन्हें दूर करने के लिए प्रचार्या से चर्चा कर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।”