प्रधानपाठक नशे में पकड़ा -तत्काल निलंबित, शिक्षा विभाग की कड़ी कार्रवाई, शिक्षकों को सख्त निर्देश


सरगांव
शिक्षा की पवित्र भूमि को कलंकित करने वाला एक शर्मनाक मामला शासकीय प्राथमिक शाला हथकेरा में सामने आया। संकुल मर्राकोना अंतर्गत संचालित इस विद्यालय के प्रधानपाठक जनकराम ध्रुव को कार्य समय में शराब के नशे में पाया गया। यह खुलासा तब हुआ जब विकासखंड शिक्षा अधिकारी (BEO) पथरिया, श्रीमती प्रतिभा मंडलोई औचक निरीक्षण पर विद्यालय पहुंचीं।

निरीक्षण के दौरान प्रधानपाठक का लड़खड़ाता व्यवहार, अस्पष्ट बातचीत और संदिग्ध गतिविधियां देखकर BEO मंडलोई ने तत्काल पूछताछ की, जिसके बाद स्थिति साफ हो गई।
विद्यालय में नशे की हालत में शिक्षक को देखकर BEO बेहद नाराज हो गईं और बिना देर किए उन्हें अपने साथ सरगांव थाना लेकर पहुंच गईं।

पुलिस द्वारा कराए गए डाक्टरी परीक्षण में शराब सेवन की पुष्टि होने पर मामले की रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) मुंगेली को भेजी गई।
मामले को गंभीर अनुशासनहीनता और सिविल सेवा आचरण नियम 1965 का उल्लंघन मानते हुए DEO ने प्रधानपाठक जनकराम ध्रुव को तत्काल निलंबित कर दिया।

BEO श्रीमती मंडलोई ने कहा—
“विद्यालय बच्चों के भविष्य का आधार है। इस प्रकार की हरकतें किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। शिक्षा व्यवस्था की गरिमा बनाए रखने के लिए कठोर कार्रवाई जारी रहेगी।”


पथरिया क्षेत्र की कई स्कूलों में शिक्षकों के शराब सेवन की शिकायतें, BEO ने जारी किए सख्त निर्देश

इस घटना ने शिक्षा विभाग को हिला कर रख दिया है।
सूत्रों के अनुसार, पथरिया विकासखंड की कई शालाओं में भी शिक्षकों के शराब सेवन कर स्कूल पहुंचने की लगातार शिकायतें सामने आ रही थीं, जिसे शिक्षा विभाग अब गंभीरता से ले रहा है।

BEO मंडलोई ने सभी शिक्षकों और प्रधानपाठकों को कड़े निर्देश जारी किए हैं—

  • कार्य समय में किसी भी प्रकार का नशा करने वाले शिक्षक पर तुरंत निलंबन की कार्रवाई होगी।
  • औचक निरीक्षण की आवृत्ति बढ़ाई जाएगी।
  • बच्चों की सुरक्षा, शिक्षण गुणवत्ता और स्कूल अनुशासन पर विशेष निगरानी रखी जाएगी।
  • यदि किसी भी स्कूल में ऐसा मामला दोबारा मिलता है, तो संबंधित संकुल समन्वयक और प्रभारी प्रधानपाठक पर भी जिम्मेदारी तय होगी।

ग्रामीणों में रोष—“बच्चों की शिक्षा से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं”

घटना के बाद हथकेरा गांव सहित आसपास के क्षेत्रों में ग्रामीणों और पालकों में भारी आक्रोश देखा गया। उन्होंने कहा कि—

“स्कूल बच्चों का मंदिर है। यहां नशे में शिक्षकों का आना असहनीय है। ऐसे लोगों पर कठोर कदम उठना ही चाहिए।”


शिक्षा विभाग का संदेश—“शून्य सहिष्णुता नीति लागू”

DEO और BEO दोनों ने स्पष्ट कर दिया है कि—

“पथरिया शिक्षा विभाग अब शराब सेवन करने वाले किसी भी कर्मचारी के लिए शून्य सहिष्णुता की नीति अपनाएगा। आगे भी कठोर कार्रवाई जारी रहेगी।”


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