डॉक्टर नदारद, चपरासी ने मरीज की नब्ज़ चेक की; नर्सों को भी नहीं दी सूचना
ग्राम कंडार — प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, कंडार में आज लापरवाही की इंतहा देखने को मिला जब एक बीमार युवक को उसके पिता इलाज के लिए अस्पताल लेकर पहुँचे, लेकिन डॉक्टर नदारद थे। हैरानी की बात यह रहा कि अस्पताल का चपरासी न केवल मरीज की नब्ज़ (पल्स) चेक कर रहा था, बल्कि डॉक्टर की अनुपस्थिति में इलाज का सुझाव भी दे रहा था।
परिजन ने जब डॉक्टर को बुलाने की बात कही, तो चपरासी ने जवाब दिया — “डॉक्टर मीटिंग में हैं, ORS का घोल देता हूँ, नहीं तो प्राइवेट अस्पताल ले जाओ। डॉक्टर कल भी नहीं आएंगे।”
और भी चौंकाने वाली बात यह रही कि अस्पताल में मौजूद तीन नर्सों को इस बात की जानकारी तक नहीं दी गई कि कोई मरीज आया है। चपरासी ने न तो नर्सों को सूचित किया, न ही डॉक्टर से संपर्क का प्रयास किया।
घटना की सूचना मिलने पर जब मीडिया प्रतिनिधि मौके पर पहुँचे और डॉक्टर का नंबर माँगा, तो चपरासी ने यह कहते हुए इंकार कर दिया — “नंबर नहीं दे सकता।”
मरीज के पिता ने पूरे मामले को गंभीर लापरवाही करार दिया और कहा कि अगर समय पर उचित इलाज न मिलता तो स्थिति और बिगड़ सकती थी।
यह घटना न केवल स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि किस तरह संवेदनशील सेवाओं में जवाबदेही का अभाव है