मुंगेली/ सरगांव//
हरियाणा के मानेसर (गुरुग्राम) में 3 और 4 जुलाई 2025 को शहरी स्थानीय निकायों के अध्यक्षों का प्रथम राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया। यह सम्मेलन देश के विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के नगरीय निकायों के प्रतिनिधियों के लिए एक साझा मंच साबित हुआ, जिसमें नगरीय समस्याओं, विकास कार्यों और प्रशासनिक सुधारों पर गहन चर्चा हुई। इस दो दिवसीय आयोजन में छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले से नगर पंचायत सरगांव अध्यक्ष परमानंद साहू ने सक्रिय भागीदारी निभाई और जिले की ओर से विभिन्न मुद्दों को सम्मेलन में मजबूती से रखा।

सम्मेलन का उद्घाटन और उद्देश्य
सम्मेलन का उद्घाटन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने किया। इस अवसर पर राज्यसभा के उपसभापति, ऊर्जा और शहरी मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर सहित देशभर के नगर निकायों के प्रमुख जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। उद्घाटन समारोह में ओम बिरला ने कहा कि यह सम्मेलन लोकतंत्र की जड़ें मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि नगरीय प्रशासन की पारदर्शिता, जवाबदेही और सहभागिता को सुनिश्चित करते हुए, आमजन की जरूरतों के अनुसार नीति-निर्माण की दिशा में यह सम्मेलन एक मील का पत्थर साबित होगा।
नगर पंचायत अध्यक्ष परमानंद साहू ने रखे ये मुद्दे
मुंगेली जिले के नगर पंचायत सरगांव से आए अध्यक्ष परमानंद साहू ने सम्मेलन में भाग लेते हुए नगरीय विकास से जुड़ी विभिन्न जमीनी समस्याओं पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि आज भी शहरी निकायों को सीमित संसाधनों और अधिकारों के कारण जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरना कठिन हो रहा है। उन्होंने निम्न प्रमुख मुद्दों को सम्मेलन में उठाया:
- सीमित वित्तीय संसाधनों और आत्मनिर्भरता की कमी।
- प्रशिक्षित मानव संसाधन की भारी कमी।
- केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन में आने वाली अड़चनें।
- नगरीय निकायों को दिए गए अधिकार सीमित हैं।
- पारदर्शिता और जवाबदेही की प्रणाली को और मजबूत करने की आवश्यकता।
- अवैध कॉलोनियों और अनियोजित विस्तार पर नियंत्रण की जरूरत।
‘भारत म्युनिसिपल इंडेक्स’ पर हुई चर्चा
सम्मेलन में ‘भारत म्युनिसिपल इंडेक्स’ नामक पहल को भी प्रस्तुत किया गया, जिसके अंतर्गत नगर निकायों के कार्यों को पारदर्शिता, सेवा वितरण, वित्तीय प्रबंधन और नागरिक सहभागिता जैसे विभिन्न मापदंडों पर परखा जाएगा। इसका उद्देश्य नगरीय निकायों के कामकाज को और अधिक दक्ष, पारदर्शी और जनसमर्थ बनाना है।
सम्मेलन से मिले अनुभव साझा किए साहू ने
नगर पंचायत अध्यक्ष परमानंद साहू ने कहा, “सम्मेलन के माध्यम से न केवल अपनी बात रखने का अवसर मिला, बल्कि देशभर के जनप्रतिनिधियों से संवाद कर नए दृष्टिकोण और सुझाव भी प्राप्त हुए। यह अनुभव हमें अपने नगर पंचायत क्षेत्र में योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन में मदद करेगा।”
उन्होंने आगे कहा कि ऐसे सम्मेलन निरंतर होते रहने चाहिए ताकि शहरी विकास और स्थानीय प्रशासनिक व्यवस्था को जनहित के अनुरूप मजबूत बनाया जा सके। साहू ने इस बात पर जोर दिया कि नगर निकायों की बैठकों का संचालन लोकतांत्रिक और प्रभावी तरीके से होना चाहिए, जिससे जनता की आवाज़ सुनी जा सके और उनके मुद्दे प्राथमिकता से हल किए जा सकें।

निष्कर्ष:
यह राष्ट्रीय सम्मेलन न केवल एक संवाद का मंच था, बल्कि यह भी स्पष्ट संकेत था कि अब शहरी निकायों को प्रशासनिक अधिकार, संसाधन और नीतिगत समर्थन देने की आवश्यकता है। इस तरह के आयोजन देश के शहरी विकास को नई दिशा देंगे। बिलासपुर के नगर पंचायत अध्यक्ष परमानेद साहू की भागीदारी जिले के लिए गौरव की बात है, जो भविष्य में विकास कार्यों को नई गति प्रदान करेगी।