सरगांव। सतनाम भवन नगपुरा रोड सरगांव में नवजीवन ज्ञानदीप सतनामी समाज समिति के तत्वावधान में बाबा गुरु घासीदास जी के द्वितीय सुपुत्र एवं उनके उत्तराधिकारी रहे राजा बलिदानी गुरु बालकदास साहेब जी की 221वीं जयंती बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाई गई।
कार्यक्रम की शुरुआत समाज के वरिष्ठ शिक्षक प्रेमकुमार बर्मन ने गुरु बालकदास जी के तैलचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर की। इसके बाद समाज के युवा वर्ग, संतजनों, भंडारी और महंत की अगुवानी में पूजा-अर्चना संपन्न हुई।
इस अवसर पर शिक्षक प्रेमकुमार बर्मन ने कहा कि गुरु बालकदास जी ने सतनाम धर्म की बागडोर संभालते हुए समाज को शिक्षा, नैतिकता और समानता की दिशा में प्रेरित किया। वहीं शिक्षक परमेश्वर बंजारे ने उनके शौर्य और पराक्रम पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुरु बालकदास जी ने समाज में व्याप्त अन्याय और भेदभाव को दूर करने के लिए संघर्ष किया और सतनाम धर्म को संगठित रूप देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में समाजजन, युवावर्ग और संतजनों की उपस्थिति रही।