25 लाख की लागत से बने सरगांव के नवीन शाला में लापरवाही


11 माह में ही दरारें, टपकती छत; शौचालय अधूरा, बच्चों की सुरक्षा खतरे में

सरगांव//

नगर पंचायत सरगांव के वार्ड क्रमांक 01 खपरी में जिला खनिज संस्थान न्यास मद से स्वीकृत नवीन शाला भवन, शौचालय, किचन शेड और अहाता निर्माण में गंभीर लापरवाही उजागर हुई है। 25 लाख रुपए से अधिक की लागत वाले इस प्रोजेक्ट में मात्र 11 माह के भीतर ही दरारें, टपकती छत और अधूरे निर्माण की पोल खुल गई है।

नवंबर 2024 में बना, 2025 में जर्जर

नवंबर 2024 में 15 लाख 23 हजार रुपए की लागत से तैयार हुआ शाला भवन अब बच्चों और शिक्षकों के लिए खतरा बन चुका है। हर कमरे की दीवारों और करीब 6 लाख रुपए की लागत से बने अहाता (बाउंड्री वॉल) में दरारें साफ नजर आने लगी हैं।

घटिया निर्माण के कारण समस्याएं

  • दरारें और गिरने का खतरा – भवन और अहाता दोनों जगह जगह दरारों से जर्जर हो चुके हैं।
  • टपकती छत – लगभग 2 लाख रुपए की लागत से बना किचन शेड बरसात में पानी टपकाता है।
  • अधूरा अहाता – न गेट लगाया गया, न कार्य पूरा हुआ।
  • शौचालय अधूरा – 2 लाख रुपए की स्वीकृति के बावजूद 8 माह बीतने के बाद भी शौचालय पूरा नहीं किया गया।

इस लापरवाही की वजह से बच्चों को आज भी खुले में शौच जाने को मजबूर होना पड़ रहा है। बरसात के दिनों में यह स्थिति उनके स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन गई है।

कलेक्टर जनदर्शन में शिकायत

वार्ड पार्षद शैलेंद्र साहू ने 23 सितंबर को कलेक्टर जनदर्शन में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि निर्माण की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत नगपुरा को दी गई थी। सचिव रामेश्वर साहू के नेतृत्व में ठेकेदार द्वारा किए गए काम की गुणवत्ता बेहद खराब है।

पार्षद ने मांग की है कि –

  1. दोषी निर्माण एजेंसी और सचिव के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।
  2. भवन की सुरक्षा और मजबूती की जांच कराई जाए।
  3. अधूरा शौचालय तत्काल पूरा कराया जाए।

ग्रामीणों का आक्रोश

स्थानीय लोग भी इस घटिया निर्माण से नाराज हैं। उनका कहना है कि जब सरकार जनता के पैसे से भवन बनवाती है तो गुणवत्ता में समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ग्रामीणों ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई और आगे से निर्माण कार्य पर निगरानी रखने की मांग की है।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *