मुंगेली। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर जिला कांग्रेस कमेटी मुंगेली द्वारा बिरनपुर मामले को लेकर पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बिलासपुर के पूर्व विधायक शैलेश पाण्डेय, जिला कांग्रेस अध्यक्ष घनश्याम वर्मा सहित जिला, शहर, ब्लॉक कांग्रेस पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
पत्रकारों से चर्चा करते हुए पूर्व विधायक शैलेश पाण्डेय ने कहा कि सीबीआई की चार्जशीट से स्पष्ट हो गया है कि बिरनपुर की घटना किसी राजनीतिक षड्यंत्र का परिणाम नहीं थी, बल्कि यह दो बच्चों के झगड़े से शुरू होकर दो समुदायों तक फैल गई थी। उन्होंने कहा कि भाजपा ने इस मामूली विवाद को सांप्रदायिक रंग देकर राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश की। पाण्डेय ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने सीबीआई जांच के बिंदु खुद तय किए थे, ताकि सच सामने न आए, क्योंकि यदि घटना के बाद के राजनीतिक षड्यंत्र की जांच होती तो भाजपा की सच्चाई उजागर हो जाती।
वहीं, जिला कांग्रेस अध्यक्ष घनश्याम वर्मा ने कहा कि सीबीआई की चार्जशीट ने यह साबित कर दिया कि उस समय भाजपा द्वारा कांग्रेस सरकार और पार्टी पर लगाए गए आरोप पूरी तरह झूठे थे। यह भाजपा की सुनियोजित राजनीतिक साजिश थी, जिसका उद्देश्य चुनावी लाभ उठाना था। उन्होंने कहा कि भाजपा ने बिरनपुर घटना को सांप्रदायिक और जातीय रंग देकर समाज में वैमनस्य फैलाने का प्रयास किया।
वर्मा ने आगे कहा कि तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष और वर्तमान उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने घटना स्थल पर जाकर भड़काऊ भाषण दिए थे, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हुई। इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी अपनी चुनावी सभाओं में इस घटना को धार्मिक और जातीय रंग देकर प्रस्तुत किया। भाजपा ने मृतक भुनेश्वर के पिता ईश्वर साहू को टिकट देकर सहानुभूति की राजनीति की।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि सीबीआई की जांच में यह भी प्रमाणित हुआ कि कांग्रेस सरकार ने घटना के दौरान जो कार्रवाई की, वह पूरी तरह सही थी। सीबीआई की चार्जशीट में भाजपा नेताओं के आरोपों को खारिज कर दिया गया है। यहां तक कि ईश्वर साहू द्वारा जिन लोगों पर आरोप लगाए गए थे, सीबीआई ने उन्हें दोषी नहीं माना है। इससे स्पष्ट है कि बिरनपुर मामला भाजपा की सोची-समझी साजिश थी।
कांग्रेस नेताओं ने मांग की कि भाजपा के इस षड्यंत्र के बाद उप मुख्यमंत्री अरुण साव को अपने पद से त्यागपत्र देकर छत्तीसगढ़ की जनता से माफी मांगनी चाहिए। साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को भी अपने भड़काऊ बयानों के लिए प्रदेश की जनता से क्षमा याचना करनी चाहिए।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से श्याम जायसवाल, आत्मा सिंह क्षत्रिय, हेमेन्द्र गोस्वामी, रोहित शुक्ला, स्वतंत्र मिश्रा, दिलीप बंजारा, अरविंद वैष्णव, अभिलाष सिंह, आरिफ खोखर, उर्मिला यादव, मंजू शर्मा, अनीता विश्वकर्मा, इंद्रजीत कुर्रे, राजेश छेदईया, सागर सोलंकी, जलेश यादव, भूपेन्द्र साहू, विष्णु खांडे, असद खोखर, विनय कुमार, तारणी विश्वकर्मा, सतीश यादव, मनहरण, अखिलेश साहू, राजेश सोनी, धीरेन्द्र कुमार सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।