सरगांव। राज्य सरकार द्वारा जनहित में चलाए जा रहे “सुशासन तिहार 2025” अभियान के तहत जहां शासन को जनता के और करीब लाकर समस्याओं का त्वरित समाधान किया जाना है, वहीं सरगांव तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत पेंड्री (स) में इस योजना की गंभीर अनदेखी सामने आई है।
जब ग्रामीण अपनी समस्याओं और मांगों से संबंधित आवेदन लेकर पंचायत भवन पहुंचे, तो वहां ताला लटका मिला। निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार ग्राम पंचायतों में समाधान पेटी रखी जानी थी, लेकिन मौके पर न पेटी थी और न ही कोई नोडल अधिकारी उपस्थित था। इससे ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त हो गया।
इन ग्रामीणों ने किया शिकायत : वार्ड क्रमांक 10 के पंच महेन्द्र सिंह व ग्रामवासी देवनारायण राजपूत दोपहर 4 बजे आवेदन लेकर पहुंचे थे, लेकिन पंचायत कार्यालय बंद मिला। वहीं, सुबह 11 बजे टेकराम बंजारे भी आवेदन के साथ पहुंचे थे परंतु उन्हें भी निराशा हाथ लगी। महेन्द्र सिंह जॉब कार्ड के लिए, रमेश यदु (वार्ड क्रमांक 18) सीसी रोड निर्माण के लिए और देवनारायण राजपूत गांव के जल संकट को लेकर आवेदन देने आए थे, पर सभी को खाली हाथ लौटना पड़ा।
गौरतलब है कि सुशासन तिहार तीन चरणों में संचालित किया जा रहा है। पहले चरण में 8 से 11 अप्रैल तक समाधान पेटी के माध्यम से आवेदन जमा किए जाने हैं। इसके बाद प्राप्त आवेदनों का अगले एक माह में निराकरण कर, तीसरे चरण में 5 मई से 31 मई तक समाधान शिविरों के माध्यम से समाधान की जानकारी दी जानी है।
लेकिन पेंड्री (स) में आयोजन की तैयारी और संचालन को लेकर हुई लापरवाही ने शासन की मंशा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों ने मांग की है कि जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोहराई न जाएं और योजनाओं का लाभ समय पर आमजन को मिल सके।