मुंगेली (पथरिया)।
जनपद पंचायत पथरिया के ग्राम पंचायत कंचनपुर में लावारिस कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है। आज सुबह करीब 6 बजे आवारा कुत्तों के झुंड ने एक नर हिरन को घेरकर बुरी तरह घायल कर दिया। समय रहते ग्रामीणों की नजर पड़ी और उन्होंने काफी मशक्कत के बाद कुत्तों से हिरन को छुड़ाया, ग्रामीणों के द्वारा विभाग को सूचित कर दिया गया था लेकिन वन विभाग की लापरवाही के कारण उसे समय पर इलाज नहीं मिल सका, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह पहली घटना नहीं है। हर साल दर्जनों हिरन आवारा कुत्तों का शिकार बनते हैं। वन विभाग को पिछले 10-12 वर्षों से इस खतरे की जानकारी दी जा रही है, बावजूद इसके अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। यह प्रशासन की घोर उदासीनता और लापरवाही को दर्शाता है।
डियर पार्क योजना ठंडी बस्ते में
हिरनों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वर्ष 2022 में ग्राम पंचायत बगबुड़वा और पुछेली में डियर पार्क बनाने की योजना बनी थी। इस दिशा में कई बार सर्वे भी हुआ, लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी आज तक योजना धरातल पर नहीं उतर सकी है। अब यह सवाल उठ रहा है कि आखिर इस विफलता का जिम्मेदार कौन है?
जंगलों की कमी बनी जानवरों की जान की दुश्मन
इस क्षेत्र में प्राकृतिक जंगलों की कमी के कारण हिरनों और अन्य वन्य जीवों को सुरक्षित आश्रय नहीं मिल पा रहा है। इसके चलते वे खुले इलाकों में विचरण करते हैं और लावारिस कुत्तों का आसान शिकार बनते हैं।
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों ने शासन और प्रशासन से अपील की है कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाए और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए त्वरित कार्रवाई की जाए। साथ ही डियर पार्क जैसी योजनाओं को पुनः शुरू कर अमल में लाया जाए ताकि इन निरीह प्राणियों की जान बचाई जा सके।