मुंगेली। समग्र शिक्षा अभियान के तहत विकासखंड मुंगेली के समस्त प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शालाओं में इन दिनों समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है। इस शिविर में बच्चों को खेल, रंगोली, पेंटिंग, हस्तशिल्प और लेखन जैसी रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से सीखने का अवसर मिल रहा है।
शालाओं को समग्र शिक्षा द्वारा प्रदान की गई अंग्रेजी और हिंदी में नैतिक एवं ज्ञानवर्धक कहानियों की पुस्तकें दी गई हैं, जिनका उपयोग कर शिक्षक बच्चों को नैतिक शिक्षा दे रहे हैं। जहां स्कूलों में स्मार्ट बोर्ड या स्मार्ट क्लास की सुविधा उपलब्ध है, वहां शैक्षणिक कहानियों और शॉर्ट फिल्मों के माध्यम से बच्चों को दृश्यात्मक रूप से ज्ञान प्रदान किया जा रहा है।
प्राकृतिक शिक्षा की भी पहल: गीद्या, लिंम्हा खेड़ा, आवास बरेला, बरेला टोला, कुटेलीपारा, ठाकुरी, कापा, सेमरचुवा एवं जरहागांव जैसे शालाओं में बच्चों से विभिन्न फल और सब्जियों के बीजों का संग्रहण करवाया जा रहा है। इन बीजों को बारिश के मौसम में स्कूल प्रारंभ होने के बाद किचन गार्डन में लगाया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य बच्चों को प्रकृति से जोड़ते हुए खेती और पर्यावरण संरक्षण की शिक्षा देना है।
अनूठी गतिविधियों से बढ़ रहा बच्चों का रुझान: कई शालाओं में बच्चों को पुराने डाक टिकटों का संग्रह करवाया जा रहा है, जिससे वे इतिहास और दुनिया के विभिन्न देशों की संस्कृति को समझ सकें। वहीं, ‘कबाड़ से जुगाड़’ गतिविधि के अंतर्गत पुराने अनुपयोगी वस्तुओं से उपयोगी सामग्रियों का निर्माण कराया जा रहा है, जिससे बच्चों में नवाचार और रचनात्मक सोच विकसित हो रही है।

समर कैंप में बच्चों की उत्साही भागीदारी यह साबित कर रही है कि जब शिक्षा को मनोरंजन के साथ जोड़ा जाता है, तो उसका असर गहरा और स्थायी होता है।