सरगांव – शासकीय प्राथमिक शाला धमनी में आज एक भावनात्मक और सामाजिक रूप से महत्वपूर्ण आयोजन सम्पन्न हुआ। कक्षा चौथी में अध्ययनरत छात्र निखिल कुमार साहू, जिनका 26 अक्टूबर 2024 को जहरीले कीड़े के काटने से आकस्मिक निधन हो गया था, उनकी स्मृति में विद्यालय परिवार द्वारा “न्योता भोज” का आयोजन किया गया। इस आयोजन में दिवंगत छात्र के पिता साधराम साहू माता सीमा साहू, ग्राम पंचायत धमनी की जनपद पंचायत सल्फा प्रतिनिधि लक्ष्मण साहू, धमनी सरपंच श्रीमती रिंकी राज कौशिक, उपसरपंच एजाज खान सहित पंच जनप्रतिनिधि, संकुल प्रभारी अजय कमल,माध्यमिक शाला धमनी प्रधानपाठक रामसिंह ठाकुर, भखरीडीह प्रधानपाठक मोतीलाल अनंत,संस्था प्रधानपाठक संगीता भारद्वाज सहित शाला के समस्त शिक्षकगण, छात्र-छात्राएं,परिजन एवं ग्रामीण जन बड़ी संख्या में उपस्थित हुए। कार्यक्रम की शुरुआत दिवंगत छात्र निखिल साहू की तस्वीर पर माल्यार्पण एवं दो मिनट की मौन श्रद्धांजलि के साथ की गई। इसके पश्चात अतिथियों द्वारा निखिल के माता-पिता को ढांढस बंधाया गया एवं विद्यालय परिवार की ओर से सहयोग व संवेदना व्यक्त की गई। साथ ही जिस कक्षा चौथी में छात्र निखिल साहू अध्ययन करता था उसी कक्षा को उसकी मधुर स्मृति में उसके नाम से “स्व निखिल साहू कक्ष” किया गया जिसका उपस्थित अतिथियों ने फीता काटकर शुभारंभ किया। विद्यालय के प्रधान पाठक संगीता भारद्वाज ने कहा कि निखिल एक होनहार, विनम्र और अनुशासित छात्र था, जिसका असमय जाना पूरे विद्यालय के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य केवल भोजन कराना नहीं, बल्कि निखिल की स्मृति को सहेजना और उसके प्रति अपने प्रेम एवं सम्मान को व्यक्त करना है। इस अवसर पर सभी उपस्थित जनों ने सामूहिक भोज में भाग लिया एवं एकजुट होकर दुःखी परिवार को सांत्वना दी। न्योता भोज में प्राथमिक शाला,माध्यमिक शाला,हाईस्कूल व आंगनबाड़ी के 300 छात्रो सहित 400 लोगो ने न्योता भोज में हिस्सा लिया।
जिसमे चावल, दाल, सब्जी, आचार, पापड़, सलाद, खीर, लड्डू,बालूशाही आदि परोसा गया है।
इस स्मृति भोज ने न केवल निखिल को श्रद्धांजलि दी, बल्कि समाज में संवेदना एवं सामूहिकता की मिसाल भी पेश की।आयोजन में सहयोग हेतु शिक्षक छन्नूराम भारद्वाज,रामखिलावन पैकरा,बलजीत सिंह कांत,जितेंद्र ठाकुर,प्रकाश मनहर,नारायणी कशयप, जानेश्वरी साहू,ए आर नागेश,प्रवीण कोशले,फरीद जिलानी,शम्भूप्रताप सिंह, पालक एवं पंचायत प्रतिनिधियों का विशेष योगदान रहा।कार्यक्रम का संचालन संकुल समन्वयक मोहन लहरी ने किया।