सरगांव, बिल्हा। बिल्हा विधानसभा अंतर्गत सरगांव में “एक राष्ट्र – एक चुनाव” के समर्थन में आयोजित संगोष्ठी में केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा सहित अनेक गणमान्यजनों ने भाग लिया। सभी वक्ताओं ने इस व्यवस्था को समय, संसाधन और ऊर्जा की बचत के लिए जरूरी बताया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने कहा कि बार-बार चुनाव होने से न केवल सरकारी कार्य बाधित होते हैं, बल्कि संसाधनों की भी भारी बर्बादी होती है। एक साथ चुनाव से लोकतांत्रिक प्रक्रिया और पारदर्शी बनेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश ने हर क्षेत्र में सुधार देखा है और अब समय है चुनावी प्रक्रिया में सुधार का।

पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा कि एक राष्ट्र, एक चुनाव से देश में आर्थिक, प्रशासनिक और राजनीतिक स्थिरता आएगी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2024 के चुनाव में करीब एक लाख करोड़ रुपये खर्च हुए, जो अगर विकास कार्यों में लगते तो देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाते। उन्होंने कहा कि आदर्श आचार संहिता के कारण हर पांच साल में करीब 1012 दिन सरकारी कामकाज प्रभावित होता है।

धरमलाल कौशिक, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि बार-बार चुनावों के कारण विकास परियोजनाएं बाधित होती हैं। एक साथ चुनाव कराने से इन बाधाओं को दूर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशहित में यह ऐतिहासिक कदम उठाना चाहते हैं और इसमें जनता का पूरा सहयोग मिल रहा है।
शिक्षाविद् डॉ. मुक्ता दुबे ने अपनी बात रखते हुए कहा कि एक राष्ट्र, एक चुनाव केवल आर्थिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि प्रशासनिक रूप से भी अधिक प्रभावी सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि विश्व के कई विकसित देशों में यह प्रणाली सफलतापूर्वक लागू है। भारत भी अब इस दिशा में कदम बढ़ा रहा है, जो सराहनीय है।
कार्यक्रम में विधायक पुन्नूलाल मोहले, प्रदेश उपाध्यक्ष एवं अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण के अध्यक्ष भूपेंद्र सवन्नी, भाजपा मुंगेली जिलाध्यक्ष दीनानाथ केशवानी, और विभिन्न मंडलों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। संगोष्ठी में एक राष्ट्र, एक चुनाव के समर्थन में व्यापक सहमति और जनसमर्थन देखने को मिला।