सरगांव (मोहभट्ठा)। ग्राम पंचायत मोहभट्ठा में पुण्यश्लोक राजमाता महारानी अहिल्याबाई होल्कर जी की 300वीं जन्म जयंती के अवसर पर संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों, स्वच्छता दीदियों एवं ग्रामवासियों की गरिमामयी उपस्थिति रही।
इस अवसर पर वक्ताओं ने रानी अहिल्याबाई होल्कर के जीवन, शासन-कौशल और जनकल्याणकारी कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। वक्ताओं ने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर नारी सशक्तिकरण, सुशासन और परोपकार की सजीव प्रतिमूर्ति थीं। अपने जीवन में उन्होंने अनेक संघर्षों का सामना करते हुए अद्भुत धैर्य, साहस और क्षमता के साथ शासन किया। उन्होंने न केवल इंदौर बल्कि देशभर में मंदिर, धर्मशालाएं और घाट बनवाकर समाजसेवा की मिसाल कायम की।
कार्यक्रम में बताया गया कि उन्होंने विधवा महिलाओं को संतान गोद लेने का अधिकार दिया और बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा दिया, जो उस दौर में क्रांतिकारी कदम था। उनके कार्यों ने उन्हें वीरांगना, लोकमाता और राजमाता के रूप में प्रतिष्ठित किया।

कार्यक्रम में सरगांव नगर पंचायत अध्यक्ष परमानंद साहू सहित प्रदेश कार्यसमिति सदस्य श्री नरेंद्र शर्मा, जिला उपाध्यक्ष श्री घनश्याम राजपूत, मंडल अध्यक्ष श्री पोषण यादव, जिला पंचायत सभापति श्रीमती अंबालिका साहू, जनपद सभापति श्री मनीष साहू, पार्षद श्रीमती सविता कौशिक एवं श्रीमती शबाना जबीन, सरपंच श्रीमती टोपी वर्मा, अशोक ठाकुर, अशोक राजपूत सहित बड़ी संख्या में स्वच्छता दीदियां और ग्रामीणजन मौजूद रहे।

समारोह में रानी अहिल्याबाई के आदर्शों को आत्मसात करने का संकल्प लिया गया तथा उनके योगदान को नई पीढ़ी तक पहुंचाने की आवश्यकता पर बल दिया गया।