मुंगेली। शिवनाथ नदी के मदकू द्वीप और सांवतपुर स्टॉपडेम में पानी सूखने और अवैध रेत उत्खनन की समस्या को लेकर छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पिछड़ा वर्ग विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष दिलीप कौशिक ने प्रशासन को पत्र लिखा है। उन्होंने इस मामले को गंभीर बताते हुए अवैध रेत उत्खनन करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

पत्र में उल्लेख किया गया है कि शिवनाथ और मिनीमरी नदियों के जल सूखने से क्षेत्र के निवासियों और वन्यजीवों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने प्रशासन से तत्काल संज्ञान लेने की अपील की है ताकि इन नदियों के जल स्तर को बनाए रखा जा सके और पर्यावरणीय संतुलन प्रभावित न हो।

अवैध रेत उत्खनन से बढ़ रही जल संकट की समस्या कौशिक ने आरोप लगाया कि रेत माफियाओं के कारण इन नदियों में पानी की स्थिति दयनीय हो गई है। अवैध रूप से की जा रही रेत खनन गतिविधियों के कारण नदियों का जलस्तर गिर रहा है और इससे पशु-पक्षियों के साथ-साथ ग्रामीणों को भी जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने इसे गंभीर अपराध की श्रेणी में रखते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
रेत माफियाओं द्वारा किए गए अवैध भंडारण पर भी उठाए सवाल दिलीप कौशिक ने पत्र में अधिकारियों से अनुरोध किया है कि विभिन्न जगहों पर अवैध तरीके से किए गए रेत भंडारण को जब्त किया जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि यदि समय रहते इस पर नियंत्रण नहीं किया गया, तो क्षेत्र में जल संकट और अधिक गंभीर हो सकता है।
प्रशासन से की कार्रवाई की मांग उन्होंने पत्र के माध्यम से जिला प्रशासन से अनुरोध किया है कि इन स्टॉपडेमों और नदियों में पानी संरक्षण पर ध्यान दिया जाए और जल प्रवाह को बहाल किया जाए। साथ ही, नदियों पर बने बांधों के जल प्रवाह को नियंत्रित कर जल संचय किया जाए, जिससे गर्मी के मौसम में स्थानीय निवासियों और जीव-जंतुओं को राहत मिल सके।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस गंभीर मुद्दे पर क्या कदम उठाता है और क्या अवैध रेत उत्खनन को रोकने के लिए कोई ठोस कार्रवाई की जाती है या नहीं।